गीत: ये किसको था मालूम कभी अब ऐसे भी दिन आयेंगे, पर इतना हमको यकीन है वो दिन हम लौटा लायेंगे 

केवल कुमार, एंटरटेनमेंट एडिटर-ICN 

“घर पर रहें – घर पर सुनें”

हर रोज़ नए गाने

गीत – ये किसको था मालूम कभी अब ऐसे भी दिन आयेंगे, पर इतना हमको यकीन है वो दिन हम लौटा लायेंगे
गायिका- पार्श्व गायिका उषा तिमोथी
स्वर – अशोक हमराही
संगीतकार – केवल कुमार
गीतकार – अशोक हमराही
म्यूज़िक अरेंजर – राहुल श्रीवास्तव
👇
वेटरन सिंगर उषा तिमोथी 1970 के दशक में उन्होंने मोहम्मद रफ़ी के साथ ज़्यादातर युगल गीत गाए।इसके अलावा मुकेश, शमशाद बेगम, सुमन कल्याणपुर, हेमलता, कृष्णा कल्ले आदि गायक कलाकारों के साथ भी उन्होंने गीत गए हैं।
वेटरन सिंगर उषा तिमोथी संगीत की दुनिया में अपनी आवाज़ और ख़ास अन्दाज़ के लिए मशहूर हैं। वो अब तक हिंदी समेत विभिन्न भाषाओं में 5000 से भी ज़्यादा गाने गा चुकी हैं। नागपुर में जन्मी उषा तिमोथी क़ो बचपन से ही संगीत से लगाव था । उनके बड़े भाई मधुसूदन तिमोथी के संगीत से लगाव की वजह से घर में अक्सर संगीत की महफ़िलें हुआ करती थीं। उषा जी ने संगीत की प्रारम्भिक शिक्षा पंडित लक्ष्मण प्रसाद से ग्रहण की । उन्होंने विदुषी  निर्मला देवी से टप्पा और ठुमरी भीं सीखी। आठ साल की उम्र में उन्होंने स्टेज़ पर ‘रसिक बलमा’ गीत  गाया। उस फ़ंक्शन में कल्याणजी आनंदजी उनका गाना सुनकर बहुत प्रभावित हुए और उन्हें ‘हिमालय की गोद में’ फ़िल्म में एक गाना गाने का मौक़ा दिया। मोहम्मद रफ़ी के साथ उनका गया गीत ‘तू रात खड़ी थी छत पे, मैं समझा कि चाँद निकला’ ख़ूब हिट हुआ।संगीतकार कल्याणजी आनंदजी के साथ उन्होंने सबसे अधिक काम किया। लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के संगीत निर्देशन में फ़िल्म ‘तक़दीर’ के  गीत “जब जब बहार आई और फूल मुस्कराए मुझे तुम याद आये” और “पापा जल्दी आ जाना” भी बेहद लोकप्रिय हुए।पार्श्व गायिका उषा तिमोथी ने अनेक लोकप्रिय गीत गाए हैं, जिन्हें लोग सुनते हैं…पसंद करते हैं, फिर भी उनके नाम से अधिकतर लोग परिचित नहीं हैं। उन्होंने बुलो सी रानी, रोशन, हंसराज बहल, एस.एन. त्रिपाठी, एस मोहिंदर, सरदार मलिक, उषा खन्ना, सोनिक-ओमी, बाबुल, लाला सत्तार आदि संगीतकारों के लिए भी गीत गाए हैं।वह मोहम्मद रफी से बहुत प्रेरित थी और उन्हें ‘अब्बा’ कहतीं थीं। रफ़ी साहब भी उनसे बेटी जैसा स्नेह रखते थे। 1970 के दशक में उन्होंने मोहम्मद रफ़ी के साथ ज़्यादातर युगल गीत गाए। “रफ्ता रफ्ता देखो आंख मेरी लड़ी है” इस गाने में उन्होंने किशोर कुमार का साथ दिया है। इसके अलावा मुकेश, शमशाद बेगम, सुमन कल्याणपुर, हेमलता, कृष्णा कल्ले आदि गायक कलाकारों के साथ भी उन्होंने गीत गए हैं।एक से बढ़कर एक लोकप्रिय गीत गाने वाली पार्श्व गायिका उषा तिमोथी ने इस ‘संगीत महायात्रा’ में अपना गाया गीत शामिल किया, इसके लिए हम उनके आभारी है। ये गीत उन्होंने घर पर मोबाईल से रिकॉर्ड किया है। गायक-संगीतकार राहुल श्रीवास्तव के भी हम आभारी हैं, जिन्होंने इस गीत का म्युज़िक अरेंज किया और उसे रिकॉर्ड करके हम तक पहुँचाया। पार्श्व गायिका उषा तिमोथी का गाया ये गीत अवश्य सुनिए…..पसंद आए तो Like करिए…… Share करिए …..और अपने विचार भी अवश्य लिखिए।
धन्यवाद  🙏
Attachments area
Preview YouTube video #GharParRahenGharParSunen #Song150 #UshaTimothy #Geet – Ye kisko tha malum kabhi aise bhi din ayenge

Related posts